09 March, 2010

सदगुण दुर्गुण


सदगुण दुर्गुण नाप-नाप कर बनिये सब को तोल,
दुर्गुण भारी मान-मान कर बोलिये तीखे बोल,
नाप-तोल कर देने वाला बैठा है चुप-चाप,
बनिये अखियाँ मींच कर, अंतर अपना नाप ||

- 'बेशुमार'
२७-०१-२०१०

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